Some heritage places of india // भारत के कुछ धरोहर स्थल


भारत के कुछ धरोहर स्थल

ताज महल, आगरा दोस्तों भारत में उत्तर प्रदेश के आगरा में बने ताज महल को दुनियां के 7 अजूबे में गिना जाता है | इसकी बनावट इतनी खूबसूरत और शानदार है की पूरी दुनिया में ऐसी किसी दूसरी ईमारत का निर्माण कर पाना लगभग असंभव है | ताजमहल मुग़ल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना है | इसकी वास्तु शैली फ़ारसी, तुर्क, भारतीय और इस्लामी वास्तुकला के घटको का अनोखा सम्मिलन है |


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लाल किला, नई दिल्ली भारत की दिल्ली में बना लाल किला भी भारत ऐतिहासिक ईमारत है | यह किला पुरानी दिल्ली में स्थित, लाल रेट-पत्थर से निर्मित है | इस किले का निर्माण पाँचवे मुग़ल बादशाह ने करवाया था | लाल किला भारत की पूंजी सम्मान है। यह उत्तर भारतीय विरासत एक पर्यटन स्थल है, जो 33 लाख टन की ऊंचाई पर लाल रंग के रेत के पत्थरों से बना है।



हुमायूं का मकबरा, दिल्ली हुमायूं का मकबरा एक प्रसिद्ध भारतीय विरासत स्थल है। इस परिसर में मुख्य इमारत मुगल सम्राट हुमायूँ का मकबरा है। हुमायूँ की कब्र के अलावा यहाँ उसकी बेगम हमीदा बानो तथा बाद के सम्राट शाहजहां के ज्येष्ठ पुत्र दारा शिकोह और कई उत्तराधिकारी मुगल सम्राट की कब्रें स्थित हैं |





महाबोधि मंदिर, बिहार बिहार में स्थित महाबोधि मंदिर एक धार्मिक स्थान है | यह भारत में यूनेस्को से मान्यता प्राप्त विश्व धरोहर स्थलों का एक प्रतिष्ठित हिस्सा है | बौद्धिक शैली में बना यह मंदिर बिहार के बोध गया में बना स्थित है |




आमेर किला, राजस्थान आमेर दुर्ग भारत के राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर के आमेर क्षेत्र में ऊंची पहाड़ी पर स्थित एक पर्वतीय दुर्ग है। यह जयपुर नगर का प्रधान पर्यटक आकर्षण है। आमेर का कस्बा मूल रूप से स्थानीय मीणाओं द्वारा बसाया गया था, जिस पर कालांतर में कछवाहा राजपूत मान सिंह प्रथम ने राज किया व इस दुर्ग का निर्माण करवाया।




सूर्य मंदिर, कोणार्क, ओडिशा दोस्तों कोणार्क सूर्य मन्दिर भारत में उड़ीसा राज्य के पुरी जिले में बना हुआ है | जो भारत की एक सांस्कृतिक धरोहर है | यह मंदिर भारतवर्ष के कुछेक चुनिन्दा सूर्य मन्दिरों में से है। सन् 1984 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है |




खजुराहो स्मारक, मध्य प्रदेश खजुराहो स्मारक समूह जो कि एक हिन्दू और जैन धर्म के स्मारकों का एक समूह है जिसके स्मारक भारतीय राज्य मध्य प्रदेश के छतरपुर क्षेत्र में देखने को मिलते है। ये स्मारक दक्षिण-पूर्व झांसी से लगभग 175 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्मारक समूह यूनेस्को विश्व धरोहर में भारत का एक धरोहर क्षेत्र गिना जाता है |





महाबलिपुरम, तमिलनाडु मंदिरों का शहर महाबलीपुरम तमिल नाडु की राजधानी चेन्नई से 55 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है | प्रांरभ में इस शहर को मामल्लापुरम कहा जाता था | तमिलनाडु का यह प्राचीन शहर अपने भव्य मंदिरों, स्थापत्य और सागर-तटों के लिए बहुत प्रसिद्ध है | सातवीं शताब्दी में यह शहर पल्लव राजाओं की राजधानी था | द्रविड वास्तुकला की दृष्टि से यह शहर अग्रणी स्थान रखता है |






पद्मनाभपुरम पैलेस, तमिलनाडु पद्मनाभपुरम पैलेस तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में स्थित है। पद्मनाभापुरम किले में स्थित वेली हिल्स का निचला हिस्सा एक प्रचलित स्थान है। इस महल की महिमा केरल की वास्तुकला का एक अच्छा उदाहरण है | यहाँ के राजा मार्थान्द वर्मा थे जिन्होंने अपने परिवार के देवता को राज्य समर्पित किया था। यह माना जाता है कि श्री पद्मनाभ को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। उन्होंने दास या “भगवान पद्मनाभ के सेवक” के रूप में राज्य पर शासन किया। यह स्थल भी भारत का प्रमुख धरोहर स्थल है |

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